कोडरमा जयनगर थाना क्षेत्र के हाथियों की झुंड ने एक व्यक्ति की जान ले ली
कोडरमा में बीते दो महीनों से हाथियों ने उत्पात मचा रखा है। हाथियों के झुंड द्वारा आए दिन किसी न किसी का फसल नष्ट कर देना, गरीबों के झोपड़ियों को ध्वस्त कर देना, घरों में रखे अनाज को बर्बाद कर देना यह पिछले दो महीनों से लगा हुआ है। लेकिन इस बार जो हाथियों के झुंड ने किया है वह दिल को झकझोर देने वाला है। कोडरमा जिले के जयनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत सतडीहा गांव में बीती रात करीब 12 बजे हाथियों के झुंड ने एक वृद्ध को पैरों तले कुचलकर मार डाला है। मृतक की पहचान जयनगर थाना क्षेत्र के सतडीहा गांव निवासी 62 वर्षीय बासुदेव यादव पिता स्व. अमृत यादव के रूप में की गई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि दो दिन पूर्व गांव के ही एक लड़की का विवाह जयनगर प्रखण्ड के पड़ियाडीह में हुआ था। जिसको लेकर लड़की के ससुराल में आयोजित बहुभोज खाने हेतु सोमवार की शाम बासुदेव यादव अपने बेटे व भाई के साथ उक्त गांव गए हुए थे। उक्त आयोजन से वे तीनों रात के करीब 12 बजे वापस अपने गांव सतडीहा लौट रहे थे। इसी दौरान उनके गांव से ठीक पहले स्थित सरमाटांड़ स्टेशन के पास उनके बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया। जिसके पश्चात उनलोगों ने बाइक को रेलवे स्टेशन पर ही खड़ा कर फुट ओवर ब्रीज पार कर अपने गांव पैदल ही निकल पड़े। जैसे ही वे लोग सरमाटांड़ स्टेशन के फुट ब्रीज को पार किया, उन्हें झाड़ियों के पीछे से कुछ आवाजें आईं। करीब जा कर देखा तो पाया कि वहां हाथियों का झुंड था। हाथियों के झुंड ने उन तीनों को देखते ही उनके पीछे दौड़े। जिसके पश्चात बासुदेव यादव का बेटा और भाई भागने में सफल हो गए लेकिन बासुदेव यादव वहां से नहीं भाग पाए। जिसके पश्चात हाथियों के झुंड ने पहले उन्हें अपने सूंढ़ से पटक दिया और फिर उन्हें पैरों तले कुचल कर मार दिया। इस बीच उनके बेटे और भाइयों के शोर करने पर आसपास के गांव के लोग इकठ्ठा हो गई और आगजनी कर हाथियों के झुंड को वहां से भगाया और बासुदेव यादव को उनके झुंड से छुड़ाया। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इधर घटना की जानकारी जयनगर थाना पुलिस को दी गई। जिसके पश्चात जयनगर की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल कोडरमा भेज दिया गया। वहीं इस घटना के पश्चात मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। बताते चलें कि मृतक एक किसान थे और खेतीबाड़ी कर अपना जीवनयापन करते थे। ऐसे में उनके परिजन वन विभाग से मुआवजे की मांग की थी। जिसके पश्चात जयनगर वन प्रक्षेत्र के रेंजर रविन्द्र कुमार मृतक के यहां पहुंचे और तत्काल उनके बेटे को 25 हजार रुपए का सहयोग राशि प्रदान किया। इधर घटना के पश्चात कोडरमा डीएफओ सौमित्र शुक्ला ने बताया कि यह घटना काफी दुखद है। हम हाथियों के झुंड को यहां से भगाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। वहीं उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाओं में वन विभाग द्वारा कुल 4 लाख रुपए के मुआवजे का प्रावधान है। हमने रेंजर को भेजकर मृतक के आश्रितों को फिलहाल मदद के तौर पर 25 हजार रुपए की सहयोग राशि उपलब्ध कराई है। बाकी बचे मुआवजे की राशि को कागजी प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात उनके आश्रितों को दे दी जाएगी।


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